India में अब GST टैक्स में छुट्टी मिल गई जिससे समान लेने में आम जानता को काफी राहत मिली।

मोदी सरकार नें GST में बड़ा बदलाव किया गया।मोदी सरकार ने दरअसल GST को चार स्लैब में बाँटा है। GST प्रणाली में एक बड़ा बदलाव और ऐतिहासिक बदलाव करते हुए चार स्लैब वाली व्यवस्था थी। जिसमें 5%, 12%, 18%, और 28% GST लगाया जाता था। अब उसे समाप्त किया गया। अभी भारत में GST सिर्फ 5% और 18% ही लागू किया गया है।

यह पैसला आयोजित कॉउंसिल की 54 वीं बैठक में किया गया। जिसे केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमन की अध्ययता में आयोजित किया गया।

GST की दो स्लैब प्रणालियाँ, 5% और 18%, ही आगामी 22/09/2025 से पूरे देश भर में प्रभावी होंगी। यह तारीख विशेष रूप से चुनी गई है क्योंकि 22 सितम्बर से शारदीय नवरात्री की पूजा शुरू हो रही है, जो पूरे भारत में खरीदारी और उपभोग के प्रमुख त्यौहारों का सीजन माना जाता है।सरकार को उम्मीद है कि इस कदम से नवरात्री, दशहरा और दीपावली जैसे त्यौहार हैं जिनसे बाजार में खपत और मांगों में तेजी आएगी और बाजार की अर्थव्यवस्था को और भी मजबूत मिलेगा।

GST स्लैब में ऐतिहासिक बदलाव में सीधा असर आम जानता है कि जेब पर असर पड़ेगा। रोजमर्रा की वस्तुओं से लेकर इलेक्ट्रॉनिक सामान आदि अब पहले से सस्ता हो सकता है। भारत सरकार ने GST टैक्स घटाकर इसमें उपभोक्ताओं को बड़ी राहत देने की कोशिश की है।रोजमर्रा की समान जैसे टूथपेस्ट, शैम्पू, साबुन, डिटर्जेंट, हेयर ऑयल, आदि समानों पर अब 5% GST लगेगा जबकि पहले ये 18% GST स्लैब में आते थे।छोटी आकार की कारें, एलईडी टीवी (32 इंच तक), एयर कंडीशनर, वाशिंग मशीन आदि पर अब 18% जीएसटी टैक्स लगेगा जो पहले 28% जीएसटी टैक्स स्लैब में आती थी।इससे इन उत्पादों की खुदरा कीमतों पर सीधा असर होगा और मासिक घरेलू खर्चों में राहत मिलेगी। इसमें त्यौहार के मौसम में बड़ी राहत मिलेगी और इलेक्ट्रॉनिक बाजार में भी अच्छा मिलेगा।

मोदी सरकार के इस फैसले से GST में सुधार होगा और आम जनता को राहत मिलेगी। GST टैक्स स्लैब जिसमें 12% और 18% स्लैब खत्म करके 5% और 18% किया गया। यह आम आदमी की जेब पर असरदार राहत मिलेगी, जिससे वह सामानों को आराम से ले सकता है। साथ ही, sin और luxury वस्तुओं पर बड़ा टैक्स लगाने से सरकारी राजस्व में कुछ राहत भी रहेगी। यह निर्णय 22 सितंबर से प्रभावी होगा जिससे त्यौहारों के सीजन में उपभोग को बढ़ावा मिलने की सम्भावना है।

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