अब झारखंड की विस्तृत आदिवासी संस्कृति, परंपराएं और जनजीवन देश भर में प्रकट होने जा रहे हैं। सूचना एवं जनसंपर्क विभाग इस बार कल्याण विभाग के अंतर्गत राज्यस्तर पर आयोजित होने वाले झारखंड आदिवासी महोत्सव-2025 को पूरी तरह से नियंत्रित करेगा। यह निर्णय मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विशेष निर्देश पर हुआ है।

यह निर्णय निर्देश पर किया गया है। झारखंड के सभी जिलों में 9 अगस्त 2025 को विश्व आदिवासी दिवस पर महोत्सव मनाया जाएगा। लेकिन इस बार की सबसे बड़ी बात यह है कि यह उत्सव झारखंड के उन राज्यों और शहरों में भी होगा, जहां बहुत से आदिवासी और प्रवासी लोग रहते हैं। मुंबई और दिल्ली में पिछले वर्ष महोत्सव के उद्घाटन की तस्वीर इनमें है। प्रमुख शहर शामिल हैं, जैसे कोलकाता, चेन्नई, पटना, अहमदाबाद, हैदराबाद, भुवनेश्वर, बेंगलुरू, गोवा, रायपुर, गुवाहाटी और श्रीविजयपुरम (पोर्ट ब्लेयर)।जल्द ही अन्य जगहों का भी चयन किया जाएगा। सूचना एवं जनसंपर्क विभाग ने इवेंट मैनेजमेंट एजेंसियों के चयन के लिए आरएफपी (रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल) जारी किया है, जिससे आयोजन की तैयारियों को गति मिलेगी।
विभाग ने कहा कि चयनित एजेंसी को टर्नकी मॉडल पर सभी तैयारियों की पूरी जिम्मेदारी होगी। यह उत्सव भी आदिवासी संस्कृति को बचाने और विकसित करने का माध्यम बनेगा।






