नेपाल में जेनरेशन Z (Generation Z) क्या है? Gen Z protests’ के नाम से छात्रों और युवा बहुत क्यों सक्रिय हो गया?

नेपाल में जेनरेशन Z (Generation Z) यानी 1997 से 2012 के बीच जन्मे युवाओं की एक नई लहर ने हाल के वर्षों में राजनीति, भ्रष्टाचार और सामाजिक अन्याय के खिलाफ आवाज उठानी शुरू की है। खासकर 2023 और 2024 में नेपाल में इस पीढ़ी द्वारा किए गए विरोध प्रदर्शन चर्चा में रहे हैं। नेपाल में लंबे समय से भ्रष्टाचार, बेरोजगारी, राजनीतिक अस्थिरता और शिक्षा तथा स्वास्थ्य जैसी मूलभूत सुविधाओं की कमी रही है। जेनरेशन Z, जो सोशल मीडिया से जुड़ी, जागरूक और बोलने में निडर है, अब इन मुद्दों पर चुप नहीं बैठी।

इन युवाओं का कहना है कि नेताओं ने बार-बार वादे किए, लेकिन बदलाव नहीं हुआ। इससे उनमें राजनीतिक उदासीनता की बजाय एक्शन लेने की भावना आई। नेपाल सरकार ने 26 सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म्स को बंद करने या उनसे “पंजीकरण” (registration) की प्रक्रिया पूरी करने का आदेश दिया। ये प्रतिबंध युवा पीढ़ी में बहुत गुस्सा और असंतोष पैदा करने वाला मुद्दा बन गया।विरोध सिर्फ सोशल मीडिया प्रतिबंध तक सीमित नहीं है; युवाओं का गुस्सा भ्रष्टाचार, अनुपयुक्त सरकारी जवाबदेही, नौकरियों की कमी, और उन नेताओं से भी है जो आर्थिक और राजनीतिक शक्ति के चलते अनियमित तरीके से लाभ उठा रहे हैं।

विरोध ‘Gen Z protests’ के नाम से जाने जा रहे हैं क्योंकि इसमें छात्रों और युवा बहुत सक्रिय हैं। इसमें स्कूल ओर कॉलेज यूनिफॉर्म में निकलने वाले भी दिखे गए।प्रतिबंध और विरोध के बीच के दौरान पुलिस ने आंसू गैस छोड़े, वाटर कैनन, रबर की हुई गोलियां और कुछ जगहों पर लाइव गोलियां भी चलीं। कई लोगों की मौतें हुई और संख्या में बड़े पैमाने पर चोटें हुईं।Rastriya Swatantra Party (RSP) ने इन Gen Z विरोधों का समर्थन किया है। उन्होंने सरकार को इन विरोधों को दबाने की कोशिश न करने की चेतावनी दी।

युवा विरोध के दौरान फिल्मों और सिनेमा-उद्योग के कुछ लोग भी खुलइन प्रदर्शनों और दबाव के चलते सरकार ने सोशल मीडिया प्रतिबंध को वापस लेने का निर्णय किया है। “No, Not Again” आंदोलन — यह नाम या स्लोगन भी मुझे विश्वसनीय स्रोतों में नहीं मिला कि यह नेपाल में इस रूप में प्रयोग हुआ हो। विरोध के स्लोगन और हैशटैग सोशल मीडिया पर कई हैं (“Shut down corruption, not social media”, “Youths against corruption” आदि), लेकिन “No, Not Again” जैसा कोई खोजा‑खोजा नाम नहीं मिला। हाँ – नेपाल में Gen Z युवाओं का विरोध हुआ है, भ्रष्टाचार और सोशल मीडिया पर नियंत्रण के खिलाफ, और यह आंदोलन व्यापक है।

नहीं – “Laura Baniya” और “No, Not Again” जैसी बातें समर्थित प्रमाणों के आधार पर गलत लगती हैं या कम प्रमाणित हैं। संभव है कि ये अफवाहें हों या स्थानीय चर्चाओं से निकल कर आम हो गई हों लेकिन सत्यापन नहीं मिला।

सरकार ने शुरू में इसे “अज्ञानी युवाओं की भावना” कहकर टालने की कोशिश कीलेकिन जनदबाव बढ़ने पर कुछ मामलों में जांच शुरू हुईबुजुर्ग राजनीतिक वर्ग थोड़ा रक्षात्मक हो गया।

नेपाल की Generation Z अब सिर्फ दर्शक नहीं रहना चाहती। वे बदलाव की मांग कर रहे हैं — नारेबाज़ी नहीं, बल्कि जवाबदेही और पारदर्शिता। यह आंदोलन एक नई राजनीतिक चेतना का संकेत है, जो केवल नेपाल ही नहीं, बल्कि दक्षिण एशिया के बाकी देशों के लिए भी प्रेरणा बन सकता है।

Skip to content