तमिलनाडु अभिनेता Vijay की रैली के दौरान भगदड़ में अब तक 40 लोगों की मौत

करूर के तमिलनाडु में विजय की रैली के दौरान बड़ा हादसा हुआ। टीवी के नेता और फिल्म अभिनेता से नेता बने विजय की इस रैली में भारी मात्रा में भीड़ उमड़ी। भीड़ इतनी ज्यादा हो गई थी कि भगदड़ मच गई। इस दुखद घटना में अब तक 40 लोगों की मौत हो चुकी है और करीब 95 लोग अस्पताल में अभी भी भर्ती हैं।

यह हादसा तब हुआ जब विजय भाषण दे रहे थे। भीड़ का दबाव बढ़ता गया। लोग घुटन महसूस करने लगे और कई तो बेहोश हो गए। जैसे ही विजय को पता चला उन्होंने अपना भाषण तुरंत रोका और खुद मंच से नीचे आकर लोगों को पानी की बोतलें बांटी और भीड़ से एंबुलेंस को रास्ता देने की अपील की।

इस बीच एक 9 साल की बच्ची भी गायब हो गई। विजय ने कार्यकर्ताओं से बच्ची को ढूंढने में मदद मांगी। घटना के बाद राज्य सरकार हरकत में आई है। मुख्यमंत्री एम के स्टालन ने सभी घायलों को और तुरंत और बेहतर इलाज देने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि करूर के डीएम की विधायक सेंथिल बालाजी, स्वास्थ्य मंत्री सुब्रमण्यम और जिले के कलेक्टर से बात की। पड़ोसी जिले तिरुचपल्ली के मंत्री को भी राहत कार्य में शामिल किया गया है। सभी डॉक्टरों को ड्यूटी पर बुला लिया गया और आसपास के जिलों से अतिरिक्त मेडिकल स्टाफ भी यहां पर भेजा गया है। सरकार ने साफ कर दिया है कि किसी भी निजी अस्पताल को इलाज के लिए मरीजों से पैसे नहीं लेने चाहिए। इसके साथ ही मुख्यमंत्री राहत कोष से मारे गए लोगों के परिवारों को ₹10 – ₹10 लाख और अस्पताल में भर्ती घायलों को ₹1 लाख देने की ऐलान भी किया है।

घटना की जांच के लिए रिटायर्ड हाई कोर्ट जज अरुणा जगदीशन के नेतृत्व में एक सदस्य न्यायिक जांच आयोग का गठन किया गया है जो मामले की पूरी जांच करेगा और सरकार को जल्द से जल्द रिपोर्ट सौंपेगा।

विजय की यह रैली 2026 के विधानसभा चुनावों के लिए की जा रही राज्य व्यापी यात्रा का हिस्सा थी। भाषण के दौरान विजय ने कहा था कि तमिलनाडु की राजनीति में अगले 6 महीनों में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है। इस पूरी घटना में एक तरफ जहां प्रशासन की लापरवाही सवालों के घेरे में है वहीं एक्टर विजय पर भी अब सवाल उठने लगे हैं।

इस हादसे को लेकर तमिलनाडु पुलिस के डीजीपी वेंकट रमन ने बताया है कि विजय के देरी से पहुंचने के कारण भीड़ बढ़ती गई। उन्होंने यह भी कहा कि रैली में आए लोगों के पास पर्याप्त भोजन और पानी की कमी थी। करूर में भगदड़ स्थल का दौरा करने के बाद एडीजीपी डेविडसन ने बताया कि विजय की रैली में लगभग 500 पुलिस अधिकारी तैनात किए गए थे। उन्होंने बताया कि आमतौर पर ऐसे आयोजनों में 15 से 2000 के तादाद में भीड़ उमड़ने की उम्मीद होती है। लेकिन हमें नहीं पता था कि यहां पर इतनी ज्यादा मात्रा में लोग इकट्ठे हो जाएंगे। ऐसे में इस पूरे मामले में अभी भी जांच जारी है।

पुलिस एडीजीपी डेविडसन ने कहा कि लेट्स फिनिश दिस फॉर्मेलिटी। लेट्स डू द इन्वेस्टीगेशन फर्स्ट। ओके, वी विल टॉक टू आफ्टर द इन्वेस्टिगेशन इज कंप्लीटेड, ओके, राइट? वी विल हैव टू गेट द प्रीलिमरी इन्वेस्टिगेशन डन। वी विल टेल लेट टेल यू लेटर। ओके, राइट? ओके, 40 पीपल नो 40 याह। देव ऑलरेडी टोल्ड यू द नंबर, राइट? ओके, थैंक यू। या केस हैज़ बीन रजिस्टर्ड। ओके? विल गेट बी द डिटेल्स डेट।

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