सोमवार को छात्र समन्वय समिति के पदाधिकारी ने कुलपति के नाम कुलसचिव को एक पत्र सोपा। जिसमें छात्र समन्वय समिति ने नाराजगी जताते हुए कहा की बिना PET एक्जाम लिए PhD में नामांकन लेना संथाल परगना के छात्राओं को उच्च शिक्षा लेने से वंचित करने का एक षड्यंत्र है।
यहां के पूर्ववर्ती छात्रों ने जिस उद्देश्य से सिदो-कन्हु मुर्मू विश्वविद्यालय को तिलका मांझी विश्वविद्यालय से अलग किया तथा उस दरमियां छात्र-छात्राओं ने काफी यातनाएं सही। साथ ही पुलिस की लाठियां भी खाई है। उन लोगों का सपना था की संथाल परगना जैसे आर्थिक रूप से कमजोर क्षेत्र से भी छात्र-छात्राएं उच्च शिक्षा हासिल कर सके तथा उज्जवल भविष्य का निर्माण कर सके।
दूसरी तरफ B.Ed कॉलेज में अत्यधिक फी वृद्धि को लेकर छात्र समन्वय समिति ने पुरजोर विरोध किया तथा यह भी कहा कि यदि इस पर यथाशीघ्र संशोधन नहीं किया जाता है, तो छात्र समन्वय समिति आंदोलन करने के लिए बाध्य होगी।
जहाँ B.Ed का सिदो कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय में एडमिशन शुल्क बढ़ाया है। जहाँ पहले 88000/- लगता था अब 130000/- लगा दिया है। पहले एक साल का 44000/- लगता था अब 65000/- लगेगा। पूरा 42000/- बढ़ाया गया है। जिससे यहाँ की स्टूडेंट नहीं एडमिशन कर सकेंगे। संताल परगना के छात्र बहुत ही गरीब है। जिससे वह उच्च शिक्षा नहीं ले पायेंगे। इसी को लेकर छात्र समन्वय समिति ने विरोध किया और अगर कुलसचिव B.Ed का शुल्क कम नहीं करती है तो छात्र समन्वय समिति आंदोलन करने के लिए बाध्य होगी।






